विशेषज्ञों के अनुसार, ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क में असामान्य कोशिकाओं का एक द्रव्यमान या वृद्धि है। ब्रेन ट्यूमर कई तरह के होते हैं, लेकिन आज के समय में हर तरह के ट्यूमर का इलाज संभव है। कुछ ब्रेन ट्यूमर कैंसर रहित (सौम्य) होते हैं, और कुछ ब्रेन ट्यूमर कैंसरयुक्त (घातक) होते हैं।
आपको बता दें कि यह मस्तिष्क के किसी भी हिस्से जैसे मेम्ब्रेन, कपाल नसों, पिट्यूटरी ग्रंथि या पीनियल ग्रंथि में उत्पन्न हो सकता है। साकिब को ब्रेन ट्यूमर था जिसका पता तब चला जब उनकी आंखों की रोशनी कम होने लगी।
साकिब बिहार के कटिहार के रहने वाले हैं और उनकी उम्र 42 साल है। कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं जिनका समय पर पता चलने पर इलाज से मरीज की जान बचाई जा सकती है। साकिब को जल्द ही ब्रेन ट्यूमर का पता चला, इसलिए डॉक्टर के लिए ब्रेन ट्यूमर का इलाज करना थोड़ा आसान हो गया।
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GoMedii के द्वारा नारायणा हॉस्पिटल में साकिब ने कराया ब्रेन ट्यूमर का ट्रीटमेंट
मोहमद साकिब को पहले किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं थी लेकिन धीरे धीरे उनकी आंखो की रोशनी कम होने लगी। साकिब को लेफ्ट ऑय से दिखना बिल्कुल बंद हो गया जबकि राइट ऑय से उन्हें देखने में इतनी समस्या नहीं थी। ब्रेन ट्यूमर की वजह से साकिब की आंखो की रोशनी पर बुरा असर पड़ा ऐसा बहुत कम लोगों के साथ होता है।
नारायणा हॉस्पिटल के डॉक्टर ने बताया की साकिब को क्रेनियोटोमी ट्यूमर (craniotomy tumor) था। इस ट्यूमर की वजह से ब्रेन को तो नुकसान होता ही है बल्कि आंखो की रोशनी भी जा सकती है। जैसा की साकिब के साथ हुआ।
साकिब की आंखो की रोशनी कम होने लगी तो उन्होंने कटिहार में ही आँखों के डॉक्टर से संपर्क किया। डॉक्टर ने उन्हें कुछ दवाएं और चश्मा पहनने की सलाह दी। लेकिन कुछ दिन बाद फिर वह उसी डॉक्टर के पास अपनी आंखो का चेक-अप करवाने पहुंचे तो डॉक्टर ने उन्हें तुरंत किसी बड़े अस्पताल में इलाज करवाने की सलह दी।
अपनी तेज़ी से बिगड़ते स्वास्थ्य के बाद साकिब ने बिल्कुल भी लापरवाही नहीं की और इसमें उनके करीबी दोस्त ने उनकी काफी मदद की जिसकी वजह से समय रहते साकिब को इलाज शुरू हुआ। उनके दोस्त ने ही उन्हें GoMedii के बारे में बताया। GoMedii की टीम ने साकिब के स्वास्थ्य समस्या को देखते हुए नारायणा हॉस्पिटल को चुना।
नारायणा हॉस्पिटल के डॉक्टर ने बिना देरी किए साकिब को ब्रेन ट्यूमर के लिए सर्जरी करवाने को कहा। साकिब के केस में ब्रेन ट्यूमर इतना बड़ा हो चूका था की इसकी वजह से उनकी आंखो की रोशनी पर भी बुरा प्रभाव पड़ा। साकिब के ब्रेन में ट्यूमर उस जगह उत्पन्न हुआ जहां पर आंखो की नसे थी। यही वजह रही कि इस ट्यूमर ने उनकी आंखो की रोशनी को भी प्रभावित किया।
नारायणा हॉस्पिटल में साकिब के ब्रेन ट्यूमर का ट्रीटमेंट बिल्कुल सफल रहा। ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी के बाद साकिब की आंखो की रोशनी भी वापस आ गई। GoMedii ने उनके लिए बिल्कुल सही उपचार भागीदार के रूप में काम किया। यदि आपको किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या है तो हम इसमें आपकी मदद करेंगे। हम आपको बिल्कुल किफायती लागत में उपचार प्रदान करेंगे।